Monday, June 25, 2018

अपनी दुनियां

इतनी भी बड़ी नहीं
जितनी कि सोचते हैं
दुनियां को कुछ लोग
मैंने देखा है लोगों को
अपनी-अपनी ही एक
छोटी सी दुनियां में
सिमटे, जीते, बसर करते
औरों से अनजान से
इनके लिए इन्हीं के हैं
कल, आज और कल भी
बाकी सब से बेख़बर
इतिहास, भूगोल, समाज
देश-परिवेश, अर्थ, विज्ञान
इन्हें सब बौने लगते हैं
इनकी उस छोटी सी
अपनी दुनियां के आगे

Debt of Heart and Soul

They raised me as best could
I was also sure an apple of eyes
My parents too thought of me
As special like those all of yours
Making me stand steady and tall
Indebting sure my heart and soul
When it comes to our turn we fail
Often for the reasons very selfish
A contribution of them in our lives
Focusing on self and the offsprings
And the history comes to full circle
When on receiving side one comes
Most of us end up having the regrets
But it’s then late in our life and times
I wonder if ancient wisdom was better!


महफिल खयालात की

गुमसुम हैं आज
खयालों में हम
लेकिन सजी है
महफिल अभी
खयालात की
कई तरह के हैं
कभी बनते से
कहीं बिगड़ गए हैं
चलता रहता है
यहां बदलाव भी
इनके अपने ढंग
टकराव भी हैं
तुम नहीं समझोगे
तुम्हारे अलग होंगे
ये मेरे अपने हैं
कोई बज़्म से
इनके अंदाज़ हैं
कभी कुछ कभी और
चलते हर तरफ़
ये मेरे साथ भी
मैं इनके साथ



New Day

Brings new hopes
Inspires to move
In search of joy
Each day everyday
Past left behind
But future is ahead
Today a foundation
For life happy,joyous
Making no resolves
Getting ahead with
Not complaining much
Most things here fine
Embedding a silver line
Keep hopes benign!

Monday, June 11, 2018

ख़्वाबों की मस्ती

इस दिल के झरोखों से कहीं
ख़्वाबों की मस्ती दिखती है
मन के हर कोने में बसी
चाहत की बस्ती दिखती है
फूलों में कहीं कोंपलों में कभी
बाग़ों की बहार में दिखे कभी
अपनेपन की मस्ती रहती है

कभी देखूँ धरती को मैं
आसमाँ में कभी झाँकूँ
तारों में चंदा सूरज में
नदियों और पहाड़ों में
पेड़ों के पत्तों हर डाली में
एक कसक सी बसती है
मन के हर कोने में बसी
चाहत की बस्ती दिखती है

हमदम मेरे और हमसफ़र
सुख के मेरे दुःख के साथी
हर पड़ाव में हर प्रयास में
हर पल जीवन के लम्हों में
मेरी मुहब्बत हँसती रहती है
मन के हर कोने में बसी
चाहत की बस्ती दिखती है