भोव जनेर लै आज न्है जानी
पहाड़न में यशि हैरै बल कहानी
कैकि कुड़ि कैक गोंनाक घर
जो न्है गईं फिर नि ऊन भितर
मोबाइल आदि में फसक करनी
मतलब के नै नराई मात्र लगूंनी
मतलबक बखत पहाड़ि बतूंनी
और बखत कभै छोड़ि हालि कूंनी
संस्कृति नाम डबल यश कमूंनी
और बखत अंग्रेजि में गप करनीं
राजनीति में लै हमार पहाड़ि छन
नाम मात्र पहाड़िनक हितैषी छन
जो लै विकास भौ तरक्की भैन
पहाड़ रूनी लोकनाक संघर्ष छन
हम लै पैं अब तस्सै जस है गयां
मन में बात ऐगे सबन छें कै गयां
पहाड़न में यशि हैरै बल कहानी
कैकि कुड़ि कैक गोंनाक घर
जो न्है गईं फिर नि ऊन भितर
मोबाइल आदि में फसक करनी
मतलब के नै नराई मात्र लगूंनी
मतलबक बखत पहाड़ि बतूंनी
और बखत कभै छोड़ि हालि कूंनी
संस्कृति नाम डबल यश कमूंनी
और बखत अंग्रेजि में गप करनीं
राजनीति में लै हमार पहाड़ि छन
नाम मात्र पहाड़िनक हितैषी छन
जो लै विकास भौ तरक्की भैन
पहाड़ रूनी लोकनाक संघर्ष छन
हम लै पैं अब तस्सै जस है गयां
मन में बात ऐगे सबन छें कै गयां