Sunday, March 29, 2020

करो ना

चहचहा रहे हे हैं अब
विहग शांति राग में
वन्य जीव मस्त हैं
अपनी ही दुनियां में
प्रकृति सामंजस्य में है
समझने लगे हैं शायद
घरों में डरे सिमटे लोग
ज़हर उगलते शोर से
मोटरों के दुश्प्रभाव
अंथाधुंथ विकास की
दौड़ में समाये विनाश
क्षणभंगुर जीवन-राग
अपने स्वरों में जतलाते
खान-पान के व्यवहार
स्वस्थता के वृहत आयाम
और दूरियों में समझातीं
जीवन से नज़दीकियां
अब करने का समय है
करो न वरना कोरोना है!

Saturday, March 21, 2020

कोरोना

कोई कोहराम नहीं
बस ज़रा परेशानी है
अब है तो क़ोशिश हो
कोताही कतई न हो
अपना ख़याल रख के
औरों को महफ़ूज़ रखें
कोरोना है नये मिज़ाज़ का
बस इसे मिलके हराना है
हाथों को साफ़ करते रहें
चेहरे से दूर ही रखें
खान-पान सामान्य हो
कच्चा नहीं पका हो
कोई खांसी बुख़ार पर
डाक्टर की सलाह हो
जो बात इशारों से बने
अल्फ़ाज़ बचा लो
अभी कुछ दूरियां रहें
वही फिर पास लायेंगी
अभी कुछ अंधेरा सा है
भरी धूप खिलने वाली है
ऐहतियात से इत्मीनान रखें
कोरोना की चंद रोज़ में
ऐसी की तैसी होने वाली है 

Thursday, March 19, 2020

Some Times

Some times!
People must unite
For a greater cause
Shedding prejudices
Joining hands together
Proving we are human
Serving the humanity!

Some times!

Countries must  unite
Fight adversities together
Bury the agggression
Hatch the bonding
For a common cause
For our own World!

Some times!

Communities realize
Society must prevail
Hatred just derail
Proving us together
When needed the most
For a larger causel

Some times!