Tuesday, October 29, 2019

देर-सवेर

बिखरे से अरमान
बिसरा सा समय
बिफरे से अपने
ख़्वाब अनचाहे
हालात से परेशान
फिर भी हो आस
जब तक रहेगी
सांस में सांस
यही तो है जीवन
बदलते रहते हैं
यहां सब कुछ
लोगों के नसीब
चाहे अनचाहे यहां
विरोधाभास भी हैं
अग़र हो इत्मीनान
सामंजस्य आयेगा
देर- सवेर ज़रूर 

Tuesday, October 15, 2019

हार में जीत

तुम हमेशा जीतना चाहते हो
जानते हो इसके तरीक़े भी
इसलिए अक्सर जीत जाते हो
हमें नहीं आते जीतने के गुर
इसलिए हम हार भी जाते हैं
लोग फिर भी मानते हमें जीता
क्यों कि हम हार कर भी
कर लेते हैं जीत का ऐहसास
जानते हैं हालात को अपनाना
और फिर जीत की कोशिश करना
हर बार बस फिर एक बार!

Saturday, October 5, 2019

बिखरे भाव

अब बिस्मृत से कुछ भाव
अन्यमयस्क क्रम के चलते
बिखरे हुए मेरे वो ज़ज्बात
यदा कदा प्रश्न पूछने लगते
मानो मेरी परीक्षा लेने को
प्राय: स्मृतियों को टटोलते
चाहे अनचाहे संस्कार भी
कभी बस बरबस चले आते
कुछ मतिभ्रम की मरीचिका
फिर भी विगत को दोहराते
अब सम-विषम में नहीं भेद
जीवन के प्रति समभाव लाते
कैसे कह दूं इनको मैं बिस्मृत
अब भी स्मृत बन आ हैं जाते 

Wednesday, October 2, 2019

Small Ways

You can do that
If you wish doing
From the others
Why only expect
Doing great things
We don't expect
But you contribute
If do simple things
If each one does
Small things here
Contributes sure
Adding things done
Leaving big things
For institutions to do
To make a beginning
Today is perfect time
Tomorrow you get
Feel of Satisfaction
Having done your bit
Be it in a small way!