अच्छी तो बढ़ाइये
बुरी भूल जाइये
छोटी बातों में है
बात बड़ी होने की
घाव नासूर बनेंगे
उपचार कीजिये
समय-सीमा है
हरेक बात की
सब बदल देगी
शुरूआत कीजिये
धीमी सी मुस्कान
एक नई सुबह की!
बुरी भूल जाइये
छोटी बातों में है
बात बड़ी होने की
घाव नासूर बनेंगे
उपचार कीजिये
समय-सीमा है
हरेक बात की
सब बदल देगी
शुरूआत कीजिये
धीमी सी मुस्कान
एक नई सुबह की!
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