बड़ी खूबसूरत है ये ज़िन्दगी
टेढ़े मेढ़े रास्तों से गुजरती सही
फिर भी सीधी बड़ी है ज़िन्दगी
जहाँ कभी भी ठहरती सी लगे
सोचो आराम कराती है ज़िन्दगी
बड़ी खूबसूरत है ये ज़िन्दगी
इसकी भी अपनी हैं अदायें
कभी रुला भी देती है ज़िन्दगी
कभी लहराती कभी बलखाती
बस अपनी सी होती है ज़िन्दगी
बड़ी खूबसूरत है ये ज़िन्दगी
नादानियाँ भी रुसवाइयाँ भी यहाँ
फिर पल में हँसाती है ज़िन्दगी
रोते हँसते इसके संग बढ़ते रहो
हर पल जी लिया करो ज़िन्दगी
बड़ी खूबसूरत है ये ज़िन्दगी
कभी आगे बढ़ बाँहें फैलाती
कभी सिमटती सी है ज़िन्दगी
दो मुट्ठी आसमाँ है दो ज़मीं
बस इतनी सी होती ये ज़िन्दगी
बड़ी खूबसूरत है ये ज़िन्दगी
No comments:
Post a Comment