Sunday, July 10, 2011

आँखों की मुस्कराहट

उनकी आँखें भी अक्सर
मुस्कुराने सी लगती हैं
कभी खुद को कभी मुझको
बस आज़माने सी लगती हैं
कभी ख़ुशी में और कभी
कुछ समझाने सी लगती हैं
कभी अपने ही ख्यालों में
वो इतराने सी लगती हैं
कभी कोई जानी पहचानी
शरारत सी करने लगती हैं
कभी छुपाती हुई सी कोई
कुछ परेशानी सी लगती हैं
कभी रूहानी कभी रूमानी
कभी अनजानी सी लगती हैं

1 comment:

Mohan Chandra Pargaien said...

Nice one.reAlly romantic...