कोई और करे न करे
हमें ख़ुद करना होगा
हमें अपनी ही खातिर
नजरिया बदलना होगा
कल भी हमारा ही था
कल भी हमारा होगा
बशर्ते कल की बात को
हमें आज सोचना होगा
किसी की तरफ नहीं
अपनी और देखना होगा
आज ज़रूर हमारा है
सपनों को संवारना होगा
सिर्फ देखना नाकाफ़ी होगा
Whether others do or not
We have to start cracking
At least for our own sake
We must change our attitude
Yesterday was ours for sure
Tomorrow shall be ours too
Albeit the dreams of tomorrow
We have to work on today
Instead of looking at others
We need to believe in ourselves
Today is definitely ours to do it
Plan to ensure dreams materialize
Just living in them is inadequate!
1 comment:
sahi baat
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