बड़ी जुगत से तुमने सँवारी है
ये बड़ी छोटी सी ज़िन्दगी अपनी
तुम इसे खूब संजोकर रखना
ये बस तुम्हारी ही है अपनी
झोंके हवा के तो आएंगे बहुत
कभी बड़ी तेज़ी से भी अपनी
तूफानों से तुम बचाए रखना
इनकी मुस्कुराहटें हों जितनी
आज भी कल भी बाद में भी
होंगी हसीं यहाँ नेमतें कितनी
जिन्हें अपना सको अपना लो
वहीँ होंगी यहाँ हमदम अपनी
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