गुमशुदा हैं तराने ख़ुशियों के
क़ैद में हैं हसीं लम्हे तुम्हारे
ज़ब्तशुदा हैं पल मोहब्बत के
ख़ुद तुम्हारी ही फितरत से
खोल दो सब किवाड़ जेल के
बहार ही बहार खिली बाहर
गुनगुनाओ तुम गीत इनके
इनका क्या मधुर संगीत है
देखो कभी सब भूल कर के
तुमने क्या क्या नहीं खोया है
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