कभी तो लिखेगा फ़साना हमारा भी ज़माना
अगर हमारे साथ न सही हमारे बाद ही सही
कोई इज्ज़त अफज़ाई की हमें उम्मीद नहीं
उनकी नज़र से हमारे गुनाहों का जिक्र सही
People will sure write our story someday
Be it a little later if not in our times
We shouldn't look to them for good words
Let it be our follies in their perception
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