Sunday, November 4, 2012

चेतावनी

आज हर नए अंदाज़ में नज़र आ रहे हो
लगता कोई पुरानी याद से उलझ रहे हो
आज बाखूब तारीफों के पुल बाँध रहे हो
लगता है तुम बहुत दूर की सोच रहे हो
मेरी हर बात पर तुम यूँ मुस्कुरा रहे हो
लगता है मुझे कोई चेतावनी दे रहे हो
तुम्हें लगा होगा अहसास नहीं मुझको
तभी कुछ दिल की दिल में छुपा रहे हो
मेरे यूँ इतने क़रीब जो अब आ रहे हो
शायद मुझसे कहीं बहुत दूर जा रहे हो

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