Saturday, November 29, 2014

नई फ़िज़ा

नए-नए से ख्वाबों से
महक रही है ज़िन्दगी
ख़ुशी के यूँ एहसास से
चहक रही है ज़िन्दगी
बड़े की चाह में यहाँ
बहक रही है ज़िन्दगी
कुछ और की तलाश में
भटक रही है ज़िन्दगी
नई दिशा और सोच से
पलट रही है ज़िन्दगी
हरएक तरफ हरेक घर
बदल रही है ज़िन्दगी
नई फ़िज़ा नई डगर पे
चल रही है ज़िन्दगी

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