ज़द्दोज़हद न करना भड़ास है मन की मेरे
घड़ी भर के साथी हैं पल भर के ख़याल मेरे
आवारा मन है ये आवारा ख़याल हैं ये मेरे
फिर भी हर बार गंवारा करते हैं दोस्त मेरे
Have no confusion it's just frustration of mind
Short lived are the companions my weird thoughts
Vagabond mind has my vagabond thoughts around me
Yet my dear friends like them and me as we are !
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