Thursday, October 9, 2014

आज़माइश

मौसम की बयार का हम
हर लुत्फ़ यूँ आज़माएंगे
हर आज़माइश के साथ
उम्मीद अपनी जिलाएंगे
बहारों की तमन्ना लिए
सर्द मौसम गुजर जायेंगे
गर्मियों की रुत से पहले
बहारों के गीत गुनगुनायेंगे
बरसात के आलम सोचकर
हर गर्मी सहन कर जायेंगे
कुछ इन्हीं खयालों में हम
गीत मौसम के गुनगुनायेंगे
ज़िन्दगी की तरह हम भी
हर रंग ख़ुशी से रंग जायेंगे

No comments: