हर लुत्फ़ यूँ आज़माएंगे
हर आज़माइश के साथ
उम्मीद अपनी जिलाएंगे
बहारों की तमन्ना लिए
सर्द मौसम गुजर जायेंगे
गर्मियों की रुत से पहले
बहारों के गीत गुनगुनायेंगे
बरसात के आलम सोचकर
हर गर्मी सहन कर जायेंगे
कुछ इन्हीं खयालों में हम
गीत मौसम के गुनगुनायेंगे
ज़िन्दगी की तरह हम भी
हर रंग ख़ुशी से रंग जायेंगे
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