Friday, December 20, 2013

उफ़ ये कोहरा!

उफ़! ये घना कोहरा
अहसास कराने लगा है
मेरे आस-पास के
लोगों और स्थानों के
अस्तित्व में समाये
अंदर के कुहासे का
धूप में उजले दीखते
वास्तविक रंगों में हैं
इनके मिज़ाज़ों से
ठीक मिलते-जुलते
अपारदर्शी या पारांध

No comments: