अक्षरशः
हाँ मैंने भी फैसला लिया है
हर बात अक्षरशः नहीं मानती
एक गुल गुलशन में देख
मैं उसे गुलज़ार नहीं मानती
तुम जिसे ज़रूरी मानते हो
मैं तो उसे फ़िज़ूल हूँ मानती
मेरी ज़रूरत सिर्फ तुम नहीं हो
मैं तुम्हारी सोच नहीं मानती
मैं विद्रोही अभी नहीं बनूँगी
तुम्हारी हर बात नहीं मानती
मखमल का ही सही, परन्तु
मैं वो पैबंद बनना नहीं चाहती
तुम्हें अगर है इनकार तो कहो
मैं हर बात आभार नहीं मानती
2 comments:
मैं विद्रोही अभी नहीं बनूँगी//
मैं हर बात आभार नहीं मानती//
i m speechless sir //
Babbanji Shukran:)
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