फिर कोई आशा की किरण
दस्तक सी देती मेरे द्वार पर
नवजीवन का सन्देश लाती
उगती धूप का आभास करा
दिन में सुनहरा रंग भरती
मेरे आस पास ही विचरती
मुझे जीवन का पाठ पढ़ाती
नई नई उमंगों को मचलाती
कुछ नूतन कुछ परिचित का
मिश्रित भाव मन में जगाती
संशय भी सकारात्मकता भी
फिर भी खुबसूरत बनाती मेरे
पल पल को फिर से यहाँ
मेरी एक नई आशा की किरण
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