Udaya Pant
US Pant
Udaya Shankar Pant
..... all my names:)
Monday, October 24, 2011
मतवाली
घर घर होड़ लगी है कैसी
सजावटें और साज निराली
चकाचौंध रौशनी पटाखे
कैसी चमक रही दीवाली
पर आधी से ज्यादा आबादी
आधे भूखे पेट है सो ली
इन्हें न मिलती कोई होली
इनकी है न कोई दीवाली
पर दुनियां अपनी ही धुन में
गाती फिरती है मतवाली
2 comments:
कटु सत्य है यह!
kavi woh dekh leta hai jo hazaro soye hue neta nahi dekh paate hein.
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