क्या कहा तुमने अभी अभी
कोई आवाज़ सुनाई दी तुम को
शायद भ्रम होगा तुम्हारा
या फिर मैं ही भूल गया हूँगा
कुछ कहने की सोच तो रहा था
फिर ये भी तो सोचा था मैंने
कैसे कह पाऊंगा तुम को
चलो ये भी तो खूब रही
सुनाई देने का ज़िक्र किया है
पर आभास भर हुआ है तुम को
क्या कहना चाहता था मैं
नहीं बता सकता मैं तुम को
जानता हूँ जानना चाहते हो
मुझे ये भी लगता है
बताने की क्या बात है
ज़रूर होगा एहसास तुम को
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