Saturday, April 16, 2016

मन तो मनचला

मन तो मनचला है
अभी यहाँ अभी वहां उड़ा है
मन तो मनचला है

कैसे देखो सपनों के पीछे भागे
फिर भी बस अपना ही लागे
बेखुद सा है ये ऐसा
सोया हो या चाहे ये जागे
कैसे बढ़ता ये चला है
मन तो मनचला है

कभी तन की कभी धन की
अक़्सर मन की भी बातें
साया सा लगता कोई है
यहाँ वहाँ जहाँ तहाँ भागे
जाने ये कैसी बला है
मन तो मनचला है

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