बहुत सुन ली अब तुमने
अपने रुखसार की तारीफ
अब वक़्त आ गया है तेरा
बाज़ुओं के दम दिखाने का
घूँघट से निकाल बाहर
मर्दों के दामन झाँकने का
अपने वजूद की क़ीमत
कोई कम न आँकने का
बराबरी जब तक तो सही
वरना हिसाब मांगने का
रसोई से दफ़्तर सब जगह
साफगोई से हक़ माँगने का
You have heard a lot
Praises of your faces
Now the time has come
To show your strength
Coming out of all veils
Peep into doings of men
Rating your existence
No less than others
Fine if equity exists
Else to ask explanation
Kitchen to office anywhere
Clearly to ask for rights!
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