बड़ा लम्बा सफ़र तय कर है देखी हर रज़ा
हाज़िर हूँ फिर एक बार मुज़रिम सा सजा
अब न कोई इब्तदा है और न कोई इल्तज़ा
बैठा हूँ तस्लीम को जो भी अब दे दो सज़ा
Seen all dismissals during long journey
I'm around as the accused once again
There isn't new start and no request any
Ready to own the punishment any is given
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