मुझसे मेरे हालात का ये सबब मत पूछो यारो
मैं तो बस ज़िन्दगी में मायने ढूंढते फिर रहा हूँ
मेरी जिज्ञासा लोगों में और भी बढती जाती है
जब भी मैं लोगों को क़रीब से जानने लगता हूँ
लोग कितना कुछ करते रहते कोई रहनुमा से
मैं तो बस यहाँ अपनी नज़र में गिरता रहा हूँ
कई लोगों के मज़बूर हालात को देखते देखते
मैं यहाँ खुद को ख़ुशनसीब समझने लगा हूँ
सबको समझाने वाले ख़ुद कभी नहीं समझते
बस इसीलिए मैं तो ख़ुद को समझाने लगा हूँ
1 comment:
मेरी जिज्ञासा लोगों में और भी बढती जाती है
जब भी मैं लोगों को क़रीब से जानने लगता हूँ/
this is true for everyone ..
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