मेरा अभिप्राय समष्टिगत हो
मेरे साथ असंख्य लोग जुड़ें हों
औरों की भी सोच ऐसी ही हो
ये लोगों को अज़ीब लगता है
मेरी दैनंदिन दिनचर्या में सदा
अधिकांश लोग शामिल रहें
हमारी चर्चा सकारात्मक हो
ये लोगों को अज़ीब लगता है
मेरे प्रयासों के फलस्वरूप
औरों के भी मार्ग प्रशस्त हों
उनका भी यही मंतव्य रहे
ये लोगों को अज़ीब लगता है
मेरा यहाँ जो भी विद्यमान है
वो कभी मेरा मात्र नहीं है
इसलिए यहाँ मेरा कुछ नहीं है
ये लोगों को अज़ीब लगता है
मेरा जीवन कोई रहस्यमयी
ज़हाज़ के पंछी की उड़ान भर है
इसमें कुछ भी स्थायित्व नहीं
ये लोगों को अज़ीब लगता है
मेरा समस्त विश्व-सम्बन्ध
काल-चक्र की स्थिति मात्र हैं
औरों में भी कुछ नया नहीं हैं
ये लोगों को अज़ीब लगता है
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