खामोश निगाहें हैं खामोश ज़ुबां है
फिर भी मोहब्बत के ये तार रवाँ हैं
सन्नाटा नहीं है बस खामोशियाँ हैं
खामोशियों की भी अपनी ज़ुबां हैं
Silent are the sights and the tongue
Yet beaming are the chords of love
Not the silence but just silent ways
Silence too have their own tongue
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