कल की सोच से आज को क्या
आज की सोच कल बदलेगी ही
कल आज और कल के कारण
हमारी सोच तो विकृत होगी ही
जाने अब की कब सोचेंगे हम
अब हर हाल गुजर जाएगी ही
आज और अब की आसान सी
कल भूल कल की भी फिक्र ही
बनेगी आसानी का सबब यहाँ
अब हम तो बस समझेंगे यही
तुम्हारे सब दिन संवर जायेंगे
अगर तुम भी सोचोगे बस यही
2 comments:
wah....
sahi baat..
Post a Comment