हमें एहसास है इस बात का
आसमाँ में उड़ना नसीब नहीं
फिर भी हमारी ओर से कभी
कोशिशों में कोई कमी नहीं
हमारे कोशिशों के दायरे पर
ज़मीन से कभी दूर रहे नहीं
तुम कल्पनाओं में रमे रहो
हम ज़िन्दगी के ही करीब हैं
तुम्हें वो अफ़साने मुबारक़
हमें तो हकीक़तें अज़ीज़ हैं
तुम्हारी नज़र में हमने माना
हम तो महज़ कोई नाचीज हैं
हमें अपनी नज़र से लगता है
मेरा या हरदिल अज़ीज़ नहीं
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