दामन के दाग को कैसे छुपा लोगे चेहरे की मुस्कराहट से
लोग भी खूब समझते हैं तुमको यहाँ चेहरे की बनावट से
How will you hide stains from worn cloths by smile on face
People well understand you through your facial expressions
पहली नज़र में तो कुछ नहीं कहूँगा मैं; दूसरा मौक़ा मिलेगा ये भी तो कठिन है
कोई पूर्वाग्रह नहीं रखता हूँ इसीलिए मैं; कोई राय बना पाना मेरे लिए कठिन है
I can't say at the first sight; getting second chance is also difficult
I keep my prejudices away; so making an opinion for me is difficult
उन्हीं की बात उन्हीं की तमन्ना उन्हीं की ज़ुबानी
हमने मानी सारी फिर भी कहते हैं मेरी नहीं सुनी
तुम्हारे कहने सुनने से तुम्हें क्या फ़र्क़ पड़ता है?
शायद तुम्हें ये भी इल्म नहीं हमें बहुत पड़ता है!
मुझसे तुम मेरी मुस्कराहट का सबब मत पूछो यारो
ऐसा न हो की मैं भी भूल जाऊं मुस्कुराना तुम्हारी तरह
Don't ask me the reason of my smile friends
I fear that I may stop smiling like you all
तेरे अल्फाज़ की चुभन से बढ़ के
नुकीले काँटों में क्या चुभन होगी
मेरे इस जलते दिल की हालत पे
क्या किसी को कोई जलन होगी
वो मित्र बनकर शत्रुता रखते चले
जिन्हें शत्रु समझा वो मित्र निकले
जीवन व्यव्हार यूँ ही चलता चले
मित्रवत शत्रु से शत्रुवत मित्र भले
Those I thought were my friends they kept enmity
Those I viewed enemies turned out to be friends
Let the human behavior continue like this always
Venomous friends are better than friendly enemies
महकती सी शाम में तुम्हारा इंतजार
हसीन तो है पर बेक़रारी भी है शुमार
अब आ भी जाओ अचानक कहीं से
कुछ भी कह दो कर लेंगे हम इक़रार
अब कोई पैगाम मिले या न भी मिले कोई फर्क नहीं पड़ता
हमें मिलने की आस अब भी है उन्हें बताना भी नहीं पड़ता
उनकी जुल्फों से बढ़कर भी कई और हुनर हैं उनके
आयेंगे नज़र तुमको जब सर हो जायेंगे गंजे उनके
बहुत सख्त जान हैं ये सियासी लोग जाने कितने रंग दिखा जाते हैं
जब भी सोचो कि अब ये वापस नहीं होंगे फिर नए रूप में आ जाते हैं
ज़माने की हवा का रुख न देखो संजीदगी से
इनका रुख तो कभी भी और बदल सकता है
अपनी तसल्ली से देखा करो तुम ज़माने को
अपना मशवरा भी जब चाहे बदल सकता है
दो पल न मिले चैन तुम्हें जाने क्यों
है फिक्र तुम्हें शायद दुनियाँ भर की
अब जद्दोजेहद छोड़ो दुनियाँ भर की
हमें तो रहने दो दुनियाँ में सादगी की
तलाश ज़ारी है कभी इस पार कभी उस पार
गुमशुदा क्या मालूम मिलें किसी मोड़ पर
हम तो क्या हमारी रूह भी करेगी इंतजार
वो फूल ही रख दें कभी शायद मेरी कब्र पर
The search is continuing all over around
Who knows lost ones will meet one day
Not just me my soul will also wait for this
May be a wreath she offers on my grave
खुदा ने रख दी थी शर्तें कई खुदाई हमें दे देने को
हमने इंसानियत गवारा की बस गुजर करने को
God had put conditions to make me God-like
I had accepted being human to make a living
तेरी रहनुमाई के झांसे में रहने से क्या फ़ायदा
हमें तो वक़्त के ही रहनुमा होने का भरोसा है
What is big use of the mirage of your patronage
I shall rather look to the times to be my saviour
बात बस आज की होती तो नज़रंदाज़ कर देता मैं
उम्र भर की बात है इससे कैसे किनारा कर लूं मैं
If it was a matter of one day I could have ignored
It is a matter of lifetime how would I have ignored
आज फिर खूब मुस्कुरा से रहे थे वो छुप छुप कर
ज़रूर किसी नई रंजिश को दिल में बसाया होगा
जानते हैं वो फूस के ढेर पर बसती है दुनियां मेरी
बड़ी किसी आतिश का इंतजाम खूब किया होगा
ज़िन्दगी जब भी लगने लगी कोई उबासी सी
महकने लगती है फिर से कोई याद ताज़ा सी
Whenever life looks like a yawning moment
Some reminiscence brings a fresh fragrance
समंदर का हिस्सा समझ रहे थे जिसे हम पानी देख कर
पानी की लहर की वापसी के साथ वो रेत का ढेर निकला
Looking at the water what I thought was the part of an ocean
That had turned out actually to be a mere heap of sand around
अरमान मचलते रह गए हवा कुछ ऐसी बही
यही अगर मुक़द्दर है तय मेरा तो यही सही
Aspiration kept waiting happenings were such
If it was destined to be so shall I must cherish
मुझे मेरे 'अपने आप' से न जुदा कर देखो तुम
मुझे सिर्फ जिंदा रहने का नहीं जीने का शौक़ है
Don't look at me by separating 'me' from me
I have always liked to live and not just survive
दोस्ती का सबब है ज़िन्दगी तो आजमानी भी पड़ेगी
रस्म-ए-अदावत है ये ज़िन्दगी तो निभानी भी पड़ेगी
If life is a reason of friendship it has to be tried out
If life is a customary animosity it has to be lived out
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