जब भी हम थे बहुत दूर की सोचते रहे
समय के साथ फ़ासले और भी बढ़ते रहे
अब क़रीब की भी बात जब करने लगे
फासले समय के ख़ुद ब ख़ुद मिटते रहे
Whenever I thought of the very long times
Distances with the times too kept increasing
Now that when I live in the immediate time
Gaps with times are automatically shrinking
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