तेरे इनक़ार का एहसास हो चला है लेकिन
एक उम्र बीत चुकी लम्बी यकीन होते होते
तेरे इक़रार में भी तस्दीक़ तेरे शुबहे की है
अब मैं थक गया हूँ बस सफाइयां देते देते
Finally I now have realized your rejection
But a long time passed being so sure about
Now I am too tired of giving the clarification
Your approval too is a recognition of doubt
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