पहली बार देखा था उनको
पहचाना सा आभास हो गया
कनखियों से देख कर भी
रुखसार का दीदार हो गया
बस नज़रें मिलीं थी उनसे
पर हाँ सब अंदाज़ हो गया
कुछ कहा तो न था उन्होंने
पर हमें सब मालूम हो गया
गुफ़्तगू कोई होने से पहले
मोहब्बत का एहसास हो गया
दिल को लाख संभाला हमने
वोअपने हाथ से निकल गया
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